कार डिवाइडर को पार करते हुए सड़क के दूसरी ओर फुटपाथ पर जा पहुंची और वहां सो रहे शख्स को कुचल दिया
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कार डिवाइडर को पार करते हुए सड़क के दूसरी ओर फुटपाथ पर जा पहुंची और वहां सो रहे शख्स को कुचल दिया
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विश्व हिंदू परिषद के नव निर्वाचित अध्यक्ष और पूर्व राज्यपाल विष्णु सदाशिव कोकजे अपने पदाधिकारियों के साथ रामलला के दर्शन करने अयोध्या में हैं. आज सुबह वे हनुमानगढ़ी पहुंच कर श्री हनुमान जी का दर्शन पूजन किया.
ज़ी न्यूज़ डेस्क | Updated: Apr 23, 2018, 09:32 AM IST
राम मंदिर का सपना जल्द पूरा होगा- विष्णु सदाशिव कोकजे, विश्व हिंदू परिषद अध्यक्ष
प्रदेश में चुनावी प्रचार अभियान के अपने छठे चरण में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी 27 अप्रैल को यहां बंतवाल विधानसभा क्षेत्र में एक चुनावी सभा में शामिल होंगे. कर्नाटक में 12 मई को विधानसभा चुनाव होने हैं. राज्य के वन मंत्री और दक्षिण कन्नड जिले के प्रभारी बी रामनाथ राय यहां से पार्टी उम्मीदवार हैं.
ज़ी न्यूज़ डेस्क | Updated: Apr 23, 2018, 12:07 AM IST
राहुल गांधी (फाइल फोटो)
नई दिल्ली: वरिष्ठ कांग्रेसी नेता एम वीरप्पा मोइली ने कर्नाटक में उम्मीदवारों के चयन को लेकर पार्टी के भीतर घमासान मचे होने की खबरों को खारिज करते हुए कहा कि आगामी विधानसभा चुनावों में बीजेपी से मुकाबले के लिए पार्टी का प्रदेश नेतृत्व पूरी तरह एकजुट है. पूर्व केंद्रीय मंत्री और कर्नाटक से लोकसभा सदस्य मोइली ने मुख्यमंत्री सिद्धरमैया की तारीफ की और कहा कि उन्होंने राज्य में राजनीतिक , सामाजिक और आर्थिक स्थिरता लाने का काम किया है.
कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री ने राज्य में टिकट नहीं मिलने से नाराज नेताओं के समर्थकों द्वारा किए जा रहे विरोध प्रदर्शनों को खारिज कर दिया. 78 वर्षीय मोइली ने कहा, “टिकट चाहने वालों की बड़ी अपेक्षाएं हैं, इसी वजह से कुछ समय के लिए वे विरोध जताएंगे, लेकिन अंत में वे मान जाएंगे.”
कांग्रेस नेता ने कहा कि प्रदर्शन इस ओर इशारा करते हैं कि कांग्रेस राज्य में सत्ता में वापसी करने जा रही है. क्या भीतरी घमासान से विधानसभा चुनावों में कांग्रेस की संभावनाएं धूमिल हो सकती हैं ? इस प्रश्न के जवाब में उन्होंने कहा कि सिद्धरमैया पिछले कुछ सालों में कर्नाटक में एकमात्र ऐसे मुख्यमंत्री हुए हैं जिन्होंने पांच साल के लिए स्थिर सरकार दी है.
मोइली ने कहा, “इन पांच साल में कोई भीतरी घमासान नहीं रहा और भविष्य में भी नहीं होगा.”
चिकबल्लापुर से दूसरी बार लोकसभा में प्रतिनिधित्व कर रहे वरिष्ठ नेता ने कहा कि पार्टी का प्रदेश नेतृत्व पूरी तरह एकजुट है. इससे पहले खबरें आई थीं कि मोइली, मल्लिकार्जुन खड़गे और कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष जी परमेश्वर जैसे प्रदेश के वरिष्ठ नेता लंबे समय से पार्टी की सेवा कर रहे लोगों को टिकट देने के पक्ष में हैं और पाला बदलकर आए लोगों के पक्षधर नहीं हैं.
हालांकि मुख्यमंत्री दूसरे दलों से आए लोगों को टिकट दे कर उम्मीदवारों के चयन में अपना अलग रास्ता अपनाते दिख रहे हैं. कर्नाटक में सत्तारूढ़ कांग्रेस 218 उम्मीदवारों की सूची जारी कर चुकी है और बाकी छह विधानसभा सीटों के लिए प्रत्याशियों के नाम को अंतिम रूप देने वाली है. मोइली ने कहा कि उम्मीदवारी को लेकर हो रहे प्रदर्शनों के मामले चुनिंदा हैं. उन्होंने पिछले महीने कहा था कि सत्तारूढ़ दल की एकजुटता के लिए उनके पुत्र हर्ष मोइली विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे.
इससे पहले वह एक ट्वीट से विवाद में आ गए थे जिसमें उन्होंने कहा था कि कर्नाटक में विधानसभा चुनावों के लिए उम्मीदवारों के चयन में ‘धन की राजनीति’ से पार्टी के सामने प्रश्नचिह्न खड़ा हुआ है. उन्होंने बाद में ट्वीट हटा दिया था.
कर्नाटक चुनाव के लिए पार्टी का घोषणापत्र तैयार करने वाली 15 सदस्यीय समिति के प्रमुख मोइली ने कहा कि उन्होंने मुख्यमंत्री, प्रदेश अध्यक्ष और कर्नाटक के प्रभारी महासचिव के सी वेणुगोपाल को मसौदा सौंप दिया है. अंतिम मंजूरी मिलने के बाद इसे जल्द जारी किया जाएगा. वरिष्ठ कांग्रेसी नेता ने कहा कि राज्य में कोई सत्ता विरोधी लहर नहीं है और कांग्रेस स्पष्ट बहुमत से जीत हासिल कर सरकार बनाएगी तथा यह जीत 2019 में नरेंद्र मोदी सरकार के हटने का संकेत देगी. उन्होंने राहुल गांधी की तारीफ करते हुए कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष ने साबित कर दिया है कि वह नरेंद्र मोदी की तुलना में अधिक सक्षम हैं. कर्नाटक की 224 विधानसभा सीटों के लिए चुनाव 12 मई को होंगे.
सीएम का कहना है कि इस बात की जांच की जा रही है कि गेहूं की खरीद असल किसानों से की गई है या फिर बिचौलियों ने गेहूं बेचा है.
ज़ी न्यूज़ डेस्क | Updated: Apr 23, 2018, 12:16 AM IST
नई दिल्ली : गर्मी अब अपने चरम की ओर बढ़ रही है. सूरज तपने से पारा चढ़ने लगा है. तेज गर्मी की इस दस्तक के साथ ही देश के कई हिस्सों में पानी का संकट खड़ा हो गया है. कई जगहों पर लोग पानी को लेकर आपस में भिड़ते हुए देखे जा सकते हैं. महाराष्ट्र के औरंगाबाद में तो पानी ना मिलने से परेशान लोगों ने सड़कों पर उतर कर हंगामा किया. कई सरकारी वाहनों में तोड़फोड़ भी की. लोगों का आरोप है कि टैंकरों से पानी सप्लाई हो रही है, लेकिन 18 दिन बाद.
महाराष्ट्र के अलावा राजस्थान, उत्तर प्रदेश, बिहार, ओडिशा के कई हिस्सों से भी पानी संकट के समाचार आ रहे हैं. कई स्थानों पर लोग दूषित पानी पीने को मजबूर हैं. देश की राजधानी दिल्ली में भी कई स्थानों में टैंकरों से पानी की सप्लाई की जा रही है. विशेषज्ञों का कहना है कि अभी तो गर्मी की शुरूआत है. गर्मी जब अपने प्रचंड रूप में आएगी तो क्या हाल होगा.
औरंगाबाद में पानी के लिए तोड़फोड़
देश के कई हिस्सों में तापमान 40 डिग्री से ऊपर चल रहा है. पारा चढ़ने के साथ ही पानी की समस्या खड़ी हो गई है. सबसे ज्यादा परेशानी महाराष्ट्र, राजस्थान और ओडिशा में देखने को मिल रही है. महाराष्ट्र के औरंगाबाद में पानी की समस्या से परेशान लोग सड़कों पर उतर आए और जमकर उत्पाद मचाया. जानाकारी के मुताबिक, औरंगाबाद के खुल्दाबाद के लोग काफी दिनों से पानी के लिए तरस रहे हैं. लोगों ने जब शोर मचाना शुरू किया तो प्रशासन ने लोगों की मांग पर 18 दिन बाद पानी का एक टैंकर भेजा.
स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि टैंकर में दूषित पानी भरा था. दूषित पानी को देखकर लोगों का गुस्सा भड़क गया और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए सड़कों पर उतर आए. गुस्साए लोगों ने सरकारी वाहनों में भी तोड़फोड़ की. महाराष्ट्र रोडवेज की एक बस को क्षितग्रस्त कर दिया. मौके पर पहुंची पुलिस ने जब भीड़ को काबू करने की कोशिश की तो लोगों ने पुलिस पर भी पथराव किया. औरंगाबाद के अलावा कई और इलाकों में भी लोग पीने के पानी के संकट से जूझ रहे हैं.
जयपुर में भी हालत खराब
राजस्थान की बात करें तो राजधानी जयपुर के कई इलाके डार्क जोन घोषित कर दिए गए हैं. जयपुर के खो नागोरियान के लोग पूरी तरह से प्रशासन द्वारा भेजे जा रहे पानी के टैंकरों पर निर्भर हैं. यहां के एक स्थानीय नागरिक ने बताया कि खो नागोरियान की आबादी करीब 5,000 है और प्रशासन हर 2-3 दिन में एक टैंकर पानी भेजता है. पानी का टैंकर आने पर लोगों में पानी भरने के लिए भगदड़ सी मच जाती है. कई बार तो आपस में विवाद भी हो जाता है. राजस्थान के मारवाड़ इलाके में तो पानी संकट और ज्यादा गहरा गया है.
गड्ढे का दूषित पानी पी रहे हैं लोग
ओडिशा की बात करें तो यहां इन दिनों पारा 40 डिग्री से ऊपर पहुंच चुका है. मयूरभंज में तो लोगों को पानी के लिए की किलोमीटर दूर जाना पड़ता है. और इतनी दूरी तय करके भी गड्ढों में भरे गंदे पानी को यहां के लोग पीने के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं.
स्थानीय लोगों ने पानी की किल्लत के लिए कई बार स्थानीय प्रशासन को अवगत भी करा दिया, लेकिन प्रशासन द्वारा अभीतक कोई कदम नहीं उठाया गया है. खासबात ये हैं कि इस दूषित पानी के लिए लोगों को कड़ा संघर्ष करना पड़ता है. दिन का एक बड़ा हिस्सा पानी के इंतजाम में ही चला जाता है. लोगों का कहना है कि दूषित पानी पीने से लोग बीमार पड़ रहे हैं. पशुओं के लिए पानी बिल्कुल भी नहीं मिल रहा है.
जल संकट के मुहाने पर गुजरात
गुजरात के मुख्य सचिव जेएन सिंह ने हाल ही में घोषणा की थी कि नर्मदा में कम पानी होने के कारण वे उद्योगों को पानी उपलब्ध नहीं करा पाएंगे तथा उन्होंने स्थानीय निकायों से इन गर्मियों पानी की वैकल्पिक व्यवस्था करने के लिए कहा है. नर्मदा नदी के तट के आसपास के इलाकों मुख्यत: मध्य प्रदेश में पिछले मानसून के दौरान कम बारिश हुई और पश्चिमी राज्य को सामान्य मानसून के मुकाबले सरदार सरोवर बांध से केवल 45 फीसदी पानी ही मिला. जल प्रबंधन पर गुजरात के मुख्यमंत्री के सलाहकार बी एन नवलवाला ने मीडिया से कहा, ‘‘हां, हमें यह धारणा बदलने की जरूरत है कि हम नर्मदा पर सरदार सरोवर परियोजना पर पूरी तरह निर्भर हैं. नर्मदा के पानी को जल के स्थानीय स्रोतों में वृद्धि के तौर पर देखा जाना चाहिए, न कि मुख्य स्रोत के तौर पर.’’
शिवकुमार के पास 548,85,20,592 रुपये की अचल संपत्ति तथा 70,94,84,974 रुपये की चल संपत्ति है. उन्होंने 94 पृष्ठों का शपथपत्र दाखिल किया है.
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अमृतसर से दिल्ली आ रहे एयर इंडिया के विमान का विंडो पैनल टूटने से विमान में अफरा-तफरी मच गई थी
ज़ी न्यूज़ डेस्क | Updated: Apr 22, 2018, 02:55 PM IST
हवाई जहाज में विंडो पैनल टूटने से तीन यात्रियों को चोट भी पहुंची
बरेली: कठुआ और उन्नाव में रेप की घटनाओं के बाद देश भर में लोग महिला सुरक्षा की मांग को लेकर सड़कों पर उतर रहे हैं. रेप की घटनाओं के खिलाफ दुनिया भर में आवाज उठ रही हैं, लेकिन केंद्रीय मंत्री संतोष गंगवार ने एक-दो बलात्कार की घटनाओं को सामान्य बताया है. न्यूज एजेंसी ANI से बातचीत में संतोष गंगवार ने कहा, ‘ऐसी घटनाएं (रेप केस) दुर्भाग्यपूर्ण होती हैं, पर कभी-कभी रोका नहीं जा सकता है. सरकार सक्रिय है सब जगह, कार्रवाई कर रही है. इतने बड़े देश में एक-दो घटनाएं हो जाए तो बात का बतंगड़ नहीं बनाना चाहिए.’
कठुआ और उन्नाव कांड के विरोध में दिल्ली में प्रदर्शन
जम्मू-कश्मीर के कठुआ में एक नाबालिग से बलात्कार के बाद की गई हत्या और उत्तर प्रदेश के उन्नाव में एक युवती से बलात्कार और फिर उसके पिता की पुलिस हिरासत में हुई मौत सहित दलितों एवं अल्पसंख्यकों के उत्पीड़न की बढ़ती घटनाओं के विरोध में आज दिल्ली में ‘‘नॉट इन माय नेम’’ के नाम से बड़े पैमाने पर प्रदर्शन हुआ.
गुड़गांव में रहने वाली फिल्मकार सबा दीवान की अगुवाई में संसद मार्ग पर इकट्ठा हुए सैकड़ों प्रदर्शनकारियों ने मांग की कि उन्नाव कांड में पूरी तरह नाकाम हुई उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार बर्खास्त की जाए. उन्होंने यह मांग भी कि जम्मू-कश्मीर सरकार में मंत्री पद से इस्तीफा देने को मजबूर हुए भाजपा के उन दो नेताओं को गिरफ्तार किया जाए जिन्होंने कठुआ कांड के आरोपियों के बचाव में प्रदर्शन किया था. उन्होंने जम्मू में गठित हिंदू एकता मंच के उन सदस्यों की गिरफ्तारी की भी मांग की जिन्होंने आरोपियों के पक्ष में रैली की थी.
प्रदर्शन में शामिल हुए युवाओं, कलाकारों एवं छात्रों-छात्राओं ने सरकार से मांग की कि कठुआ कांड की पीड़िता के परिजन को सुरक्षा मुहैया कराई जाए और उन्हें कानूनी मदद भी दी जाए.
गौरतलब है कि कठुआ कांड में एक नाबालिग बच्ची से बलात्कार किया गया और फिर उसकी हत्या कर दी गई. इस मामले में पुलिस आरोप-पत्र दायर कर चुकी है.
दूसरी ओर, उन्नाव कांड में भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर पर 17 साल की एक लड़की से बलात्कार का आरोप है, जो उसके आवास पर नौकरी मांगने गई थी. यह मामला सामने आने के बाद पीड़िता ने आठ अप्रैल को लखनऊ में मुख्यमंत्री आदित्यनाथ के आवास के बाहर आत्मदाह की कोशिश की. उसका आरोप था कि पिछले एक साल में पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की. नौ अप्रैल को पीड़िता के पिता की न्यायिक हिरासत में मौत हो गई. पोस्ट मॉर्टम रिपोर्ट से पता चला कि पीड़िता के पिता के शरीर पर जख्म के कई निशान थे. यह मामला अब सीबीआई को सौंप दिया गया है और सेंगर को कल सात दिन की सीबीआई हिरासत में भेजा जा चुका है.
न्यूयॉर्क में ‘जस्टिस रैली’
उन्नाव और सूरत में बच्चियों के साथ हुई बलात्कार की घटनाओं के प्रति अपना आ क्रोष जाहिर करने और तुरंत न्याय की मांग करते हुए अनेक संगठन , सिविल सोसायटी और विभिन्न धर्मों को मानने वाले संगठनों ने एक साथ मिल न्यूयॉर्क में जस्टिस रैली निकाली.
‘यूनाइटेड फॉर जस्टिस रैली : अगेंस्ट द रेप इन इंडिया’ का आयोजन ‘ साधना ’ (प्रगतिशील हिंदुओं का गठबंधन) ने नागरिक अधिकारों की वकालत करने वाले अन्य 20 समूहों के साथ मिलकर किया. रैली का आयोजन मशहूर यूनियन स्क्वायर पार्क में महात्मा गांधी की प्रसिद्ध मूर्ति के पास 16 अप्रैल को किया गया.
रैली में शामिल हुए वक्ताओं ने बच्चियों के साथ हुए ‘ भयावह ’ बलात्कर की घटनाओं की निंदा की और हर एक परिवार के लिए जल्द से जल्द न्याय की मांग की.
‘साधना’ की बोर्ड मेंबर सुनीता विश्वनाथ ने से कहा कि आयोजकों को रैली से 10,000 डॉलर इकट्ठे होने की उम्मीद है जो उन्नाव, कठुआ और सूरत बलात्कार पीड़ितों के परिवारों को दिए जाएंगे.
कक्षा 6, 9 और 11वीं में दाखिले से पहले किया गया अनिवार्य.
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